मैं मुस्कुरा कर कहती हूं मैं इश्क नहीं इश्क के अहसास लिखती हूं। मैं मुस्कुरा कर कहती हूं मैं इश्क नहीं इश्क के अहसास लिखती हूं।
सुख दुख की लिखती परिभाषा भावों के लिखती सारे इशारे सुख दुख की लिखती परिभाषा भावों के लिखती सारे इशारे
मैं सपने देखती हूँ मैं सपने देखती हूँ
मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर्फ रोटियां सेंक मैं औरत हूं, बहन हूँ ,बेटी हूं, मां हूं,अभिमान हूं, अभिशाप नहीं। सिर...
जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है, मां, बहन जब भी कोई दुष्कर्म करे तो मुझको ग़लत बताते हो, क्या सिर्फ लिबास ही दिखता है...
यह फ़क्र नही यह फर्क है। यह फ़क्र नही यह फर्क है।